पानी एक जगह ठहरा हो तो उसमें अशुद्धियां पनपते देर नहीं लगती। समय-समय पर हर समाज विशेष और देश के सोए पड़े संवेगों को झकझोर कर जगाने के लिए पथ प्रदर्शक जन्म लेते हैं और उनके मार्गदर्शन से सर्वसमाज लाभान्वित होता है। आदरणीय कर्नल किरोड़ी सिंह जी बैंसला एक ऐसे ही मार्गदर्शक व्यक्तित्व थे। शिक्षा, स्वास्थ्य और सर्वांगीण विकास के पक्षधर, अपनी बौद्धिक क्षमताओं को और आगे बढ़ाने के लिए सभी को प्रेरित करने वाले, मातृशक्ति की शिक्षा की पुरजोर वकालत करने वाले कर्नल बैंसला आज हमारे बीच नहीं हैं यह सहसा विश्वास नहीं हो रहा किंतु उनकी सशक्त आवाज़ और अपने समाज के उत्थान के प्रति समर्पण का भाव चिरस्थाई है।
मैं अत्यंत दुःख के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं की वे उनकी आत्मा को शांति और सद्गति प्रदान करें। उनका व्यक्तित्व हमारे मानस में सदैव जीवित रहेगा।
ॐ शांति
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