प्रथम पूज्य, सुख कर्ता, विघ्नहर्ता हमारे रणतभँवर के त्रिनेत्र श्री गणेश जी के सूर्योदय के साथ दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।
एक असीम शांति का अनुभव होता है जब भी गजानंद महाराज के दर्शन के लिए रणथंभौर के अजेय दुर्ग की सीढ़ियों पर पाँव रखते हैं, और अपनों के साथ आना तो एक अलग आलौकिक अनुभूति देता है।
दुःख हर्ता गणपति सभी के दुःख हरें, सम्पूर्ण क्षेत्र में खुशहाली, समृद्धि एवं स्वास्थ्य का संचार करें इसी प्रार्थना से आज दिन की शुरुआत की।
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