हमारे इस परंपराओं से समृद्ध रंगरंगीले राजस्थान में रंगों के सहारे से ही भावनाओं को अभिव्यक्त किया जाता है। आज शीतला अष्टमी का पावन पर्व है जिसमें सभी माताएँ अपनी संतान के जन्म के समय मायके से ओढ़ाई गई लाल-पीली चुनरी पहन कर माँ शीतला से अपनी संतान के अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की मंगलकामना करती हैं।
रंगों में घुला यह माता-पिता द्वारा दिया गया आशीर्वाद इस शुभ वस्त्र के रूप में जैसे मेरे चारों ओर हर शुभ अवसर पर एक विशेष अनुभूति की उपस्थिति देता है। हमारे प्रत्येक उत्सव में गहन अर्थ छिपे हैं और ये अर्थ ही हमारे संस्कारों का निर्माण करते हैं।
आप सभी को शीतला अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
Facebook Post