“माँ के कदमों के नीचे स्वर्ग होता है” यह केवल वाक्य नहीं है अपितु शाश्वत सत्य है
“माँ के कदमों के नीचे स्वर्ग होता है” यह केवल वाक्य नहीं है अपितु शाश्वत सत्य है। संसार के समस्त सम्बन्ध किसी ना किसी आदान प्रदान के निमित्त हो सकते हैं किंतु माँ अपनी संतान से लेती कुछ नहीं केवल देती ही है। ज्ञान, संस्कार, प्रेम, प्रेरणा और समय के साथ अपना सर्वस्व दे कर […]
माँ ही प्रथम गुरु होती है
माँ प्रथम गुरु होती है इसी कारण वह सही विचार और व्यवहार दोनों का बीजारोपण अपनी संतान के व्यक्तित्व में करने की ताकत रखती है। यही ताकत किसी भी देश के भविष्य की नींव डालने का आधार है। आज माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर खिरनी, सवाई माधोपुर में आयोजित मातृ सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप […]