महिला स्वभावतः ही एक सहज, स्वाभाविक और सफल उद्यमी है। हर घर स्त्री की रचनात्मकता और कार्यकुशलता से निर्मित होता है और चलता भी उस के उद्यम से है। वह निर्माता भी है और उपभोक्ता भी। तो क्या ही आश्चर्य है यदि वह अर्थोपार्जन के लिए भी संगठित हो कर अपनी इसी उद्यमिता के बल पर सफलता की नई परिभाषा लिखती हुई दिखाई दे।
आज नई दिल्ली में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आर्य युवा केंद्र द्वारा आयोजित महिला उद्यमी हाट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का अवसर मिला। विभिन्न स्टॉल देखीं और ख़रीदारी भी की। उपस्थित सभी बहनों से उनके कार्य के बारे में जाना और उनका उत्साहवर्धन किया।
यही स्वावलंबन सफलता की पहली सीढी भी है और आख़िरी लक्ष्य भी।
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